Friday, September 24, 2010

पूरे जिले में अगले आदेश तक धारा 144 लागू कर दी गई

शहर में चल रहे जिज्ञासा भरे माहौल में अयोध्या फैसला अगले आठ दिन के लिए टल जाने पर न केवल पुलिस जिला प्रशासन बल्कि आम जनता ने भी राहत की सांस ली। जिला मुख्यालय पर 24 सितम्बर को लेकर पिछले चार दिनों से जिज्ञासा भरा माहौल देखा जा रहा था। पुलिस और प्रशासन द्वारा एतिहायत के तौर पर व्यापक सुरक्षा के प्रबंध किए गए थे। वहीं सभी वर्गों के लोगों द्वारा शांति, सद्भाव के साथ रहने की अपील लगातार की जा रही थी। बुधवार और गुरूवार की दोपहर तक यह माहौल लगातार बना रहा। शुक्रवार को आने वाले निर्णय को लेकर अटकलों का दौर चल रहा था। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार पिछले 24 घंटे में पुलिस प्रशासन द्वारा उठाए गए एतिहायत के कदमों के दौरान 3 स्थायी, 83 वारंटी तथा 30 आदतन अपराधियों के विरूद्ध कार्रवाई की गई। कई ऐसे लोग भी पुलिस की चपेट में आए, जो जुआ खेल रहे थे। सभी के विरूद्ध 107, 16 की कार्रवाई की गई। जिला प्रशासन द्वारा पूरे जिले में अगले आदेश तक धारा 144 लागू कर दी गई है। इस दौरान समूह बनाकर सार्वजनिक स्थानों पर खड़े रहने वाले लोगों के विरूद्ध कार्रवाई की जाएगी। साथ ही किसी प्रकार के सशस्त्र लेकर धूमने पर भी पाबंदी रहेगी। फैसले को देखते हुए जिला मुख्यालय पर आरएफ के 120 जवान, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक स्तर के दौर अधिकारी, एसएएफ के जवानों की बटालियन भी विशेष रूप से बुलाई गई है। पुलिस अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार इस फोर्स को अगले एक सप्ताह तक यहीं रोके जाने का आग्रह मुख्यालय के अधिकारियों से किया जा रहा है। विभिन्न चौराहों पर पुलिस बल आज दिनभर तैनात रहा। पुलिस शांति-सद्भाव के लिए विभिन्न समुदाय के लोगों से चर्चारत रही।

BREAKING NEWS

SEHORE - CONGRESS NETAO NE JAMUNA DEVI JI KE NIDHAN PAR DUKH VAYAKT KIYA

Saturday, September 18, 2010

मजहब नहीं सिखाता आपस में बैर रखना

महेन्द्र सिंह ठाकुर,
सीहोरजिला मुख्यालय पर एक दंपत्ति एकता की मिसाल हंै, हिन्दू होते हुए भी पवित्र रमजान मास में रोजे रखकर देश की तरक्की और भाईचारे की भावना बढ़ाने के लिए दुआएं मांगते हैं। आज के समय में जब छोटी-छोटी बातों पर धर्म और जाति के आधार पर हिंसा हो जाती है, तब एक परिवार अपनी पवित्र भावना से एकता का वो संदेश दे रहा है, जो हर किसी के लिए प्रेरणा दायी है। जानकारी के अनुसार शहर के गंज क्षेत्र में रहने वाले रामप्रकाश नरोलिया और उनकी पत्नी जयश्री नरोलिया विगत कई वर्षों से पवित्र रमजान मास के चलते पूरी श्रद्धा के साथ रोजे रखते हैं। रामप्रकाश बताते हैं कि वह अपने विवाह के पहले से रोजे रखते हैं। जब उनका विवाह हो गया तो उनकी पत्नी भी रोजे रखने लगी। रामप्रकाश मस्जिद में जाकर नमाज भी अता करते हैं। पूरे नगर में रामप्रकाश नरोलिया और उनकी पत्नी जयश्री नरोलिया एकता की मिसाल के रूप में जाने जा रहे हैं। वहां है एकताभोपाल इंदौर राजमार्ग पर पचामा सोया संयंत्र के सामने स्थित दरगाह और माता जी के मंदिर में एकता का नजारा देखा जा सकता है। हर साल यहां विशाल भंडारा होता है। दरगाह और मंदिर की दीवार लगी हुई है। दूर से ही देखने में यह क्षेत्र एकता का प्रतीक नजर आता है। देश की खातिरदेश की स्वतंत्रता के लिए अंगे्रजों से लोहा लेते हुए शहीद कुंवर चैन सिंह की छतरी इंदौर नाके पास स्थित है, यहीं उनके अंगरक्षक हिम्मत खां और बहादुर खां की शहादत स्थली है। यहां हर स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस पर बड़ी संख्या में लोग पहुंच श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं।

आसपास के क्षेत्रों में मौसम पूर्वानुमान

सीहोर, दिनांक - 17.09.2010पिछले सप्ताह का मौसम - कृषि महाविद्यालय की मौसम बेद्यषाला की गणना के अनुसार पिछले सप्ताह ( 15 सितम्बर से 17 सितम्बर 2010 तक) कहीं कही आसमान साफ रहने तथा मध्यम घने बादल छाये रहे। दिन एवं रात्रि के तापमान में मामूली बढोतरी दर्ज की गई। अधिकतम तापमान 29.6 से 30.7ए न्यूनतम तापमान 21.0 से 23.0 डिग्री सेल्सियस रहा एवं वर्षा 17.0 मि.मी. रही। अभी तक की कुल वर्षा 554.7 मि. मी. रही। हवाओं की गति 5.5 से 7.88 किलो मीटर प्रति घण्टे औसत रही ।अगले 120 घण्टों का मौसम पूर्वानुमान - राजमाता विजयाराजे सिंधिया कृषि विष्वविद्यालयए ग्वालियर,, के अन्तर्गत आर.आर,. ए. के. कृषि महाविद्यालय, सीहोर को भारत मौसम विज्ञान विभाग ( प्ण्डण्क्ण्) द्वारा भारत सरकार के पृथ्वी विज्ञान मन्त्रालय के राष्ट्रीय मौसम पूर्वानुमान केन्द्र, नई दिल्लीए से प्राप्त जानकारी के अनुसार सीहोर तथा उसके आसपास के क्षेत्रों में अगले 120 घण्टों के दौरान (दिनांक 18 सितम्बर से 22 सितम्बर 2010 तक) ज्यादातर आसमान साफ रहने तथा आसमान में हल्के घने बादल से घने बादल छाये रहने का अनुमान है। बूॅदा बॉदी के साथ हल्की वर्षा की सम्भावना है । दिन के तापमान में मामूली कमी एवं रात्रि के तापमान में मामूली परिवर्तन की सम्भावना है। हवाऐं 05 से 10 किलो मीटर प्रति घण्टा की गति से चलेंगीं। दिनांक - } - 18.09.10 19.09.10 20.09.10 21.09.10 22.09.10बादलों की स्थिति घने बादल घने बादल घने बादल घने बादल हल्के घने बादलवर्षा (मि.मि.) 0 03 10 08 06हवा की दिषा पश्चिम से उत्तर पश्चिम से पश्चिम से पश्चिम से दक्षिण पश्चिम सेहवा की गति(कि.मी/घण्टा) 06 07 10 05 06अधिकतम तापमान 0ब् 31.00 30.0 29.0 29.0 29.0न्यूनतम तापमान 0ब् 22.0 22.0 23.0 23.0 22.0आगामी मौसम को देखते हुए किसानों के लिए सामयिक सलाह - पषु एवं मुर्गी पालन 1. मुर्गियों के बिछावन को हमेषा उलटफेर करते रहें ताकि नमी की वजह से डली न बनें जिससे कोक्सीडियोसिस की बीमारी से बचाव हो सके। किलनी या चीमड़ी के नियन्त्रण के लिए मैलाथियान दवा का छिड़काव करें2. गलघोटू, एक टंगिया व छड रोग का पशुचिकित्सक की सलाह से टीकाकरण अनिवार्यरूप से करवायें। रोग का संचार दूषित भोजन, पानी, मिट्टी, वनस्पिति आदि के द्वारा होता है।

खरीफ फसलों के लिए कृषि सामयिकी सलाह 1. मौसम को देखते हुए सोयाबीन, मूॅग,उडद व्हाइट फ्लाई ( सफेदमक्खी ) एवं रसचूसक कीटांें के प्रकोप की सम्भावना है । इसके द्वारा फसलों एवं सब्जियों में पीला मोजेक रोग फैलता है । नियंत्रण के लिए अथवा एसीटामाप्रिड्र (250 से 300 ग्राम ) अथवा इथोफेनप्राक्स 10 ई.सी. अथवा इथियॉन 1 लीटर प्रति हेक्टर 500 लीटर पानी के साथ छिड़काव करें । (30 मि.ली.दवा प्रति पम्प) रोग ग्रसित पौधों की पत्तियों को तोडकर गड्ढे में डालकर जलाकर नष्ट करें ।2. वातावरण में लगातार अधिक नमी तथा बादलयुक्त मौसम तेज धूप रहने के कारण फसलों एवं सब्जियों पर इल्लीयों ( हरी एवं भूरी अर्धकुण्डलक एवं कहीं कहीं खेत में तम्बाकू की इल्ली एवं गर्डल बीटल अथवा चक्रभ्रंग ) के प्रकोप दिखाई देने पर नियंत्रण के लिए इन्डाक्साकार्व 14.5 एस.पी. या लेम्डासाइहेलोथ्रिन 5 ई.सी. 500 मि.ली./हे. या प्रोफेनोंफास 50 ई.सी. 1.5 ली./हेब्टेर के मान से चिपकने वाले पदार्थ के साथ मिला कर छिड़काव करें। तम्बाकू की इल्ली हेतु किसान प्रतिदिन खेतों के निरीक्षण करें । एवं खेत में क्लोफिल रहित झिल्लीदार पत्तियॉं दिखाते ही दवाईयों का छिडकाव करें ।3. सोयाबीन,मूॅग,उडद में जीवाणु बैक्टिरियल पŸाी धब्बा एवं चूर्णिल आसिता (पाउडरी मिल्डयू) रोग दिखाई देने पर ताम्ब्रयुक्त कवकनाषी जैसे कॉपर ऑक्सीक्लोराइड अथवा ब्लू कॉपर 2 ग्राम प्रति लीटर पानी में स्टिकर के साथ घोल बनाकर छिड़काव करें।4. मौसम को देखते हुए मूॅंग एवं उडद की पकी हुई फसलों की शीघ्र तुडाई करें। यदि फलियां एक साथ न पकी हों तो उन जातियों में पकी हुई फलियों की तुड़ाई करें।फल , सब्जियॉंविज्ञान 1. मिर्चए बैंगनए टमाटर आदि सब्जियों में फल एवं तना बेधक कीटों के लिए ट्रायजोफास 40 ई.सी. 800 मि.ली. प्रति हेक्टर एवं रस चूसक कीटों के नियन्त्रण के लिए इमीडाक्लोप्रिड 17.8 एस.एल. 1 मि.ली. प्रति 3 लीटर पानी के हिसाब से छिड़काव करें।2. फलदार पौधों अनार, नीबू एबेर एचीकू पर कीट एवं रोग नियंत्रण हेतु मैलाथियान 2 मि.ली. $ मेन्कोजेब 3 ग्राम प्रति लीटर के हिसाब से छिड़काव करें। फलोद्यान एवं सब्जियों में उचित जल निकास की व्यवस्था करें।3. हल्दी एवं अदरख पŸिायों पर पर्णदाग या घब्बे दिखाई देने पर मैन्कोजेब 3 ग्राम प्रति लीटर घोल बनाकर पौधों को तर(डेन्चिंग)करें।

Friday, September 17, 2010

क्वीन्स वैटन रिले का सीहोर में भव्य स्वागत

सीहोर 19वें राष्ट्र मण्डल (कामनवेल्थ) खेलों के लिए प्रारंभ हुई क्वीन्स वैटन रिले आज अपने निर्धारित कार्यक्रम अनुसार सीहोर पहुंची जहां उसकी अगवानी प्रदेश के राजस्व एवं पुनर्वास मंत्री श्री करण सिंह वर्मा, वन विकास निगम अध्यक्ष श्री गुरूप्रसाद शर्मा, विधायक श्री रमेश सक्सेना, जिला पंचायत अध्यक्ष श्री धर्मेन्द्रसिंह चौहान, जिला न्यायाधीश मा. श्री वेदप्रकाश शर्मा, कलेक्टर श्री संदीप यादव, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री अजयसिंह गंगवार और एडिशनल एस.पी. श्री सुनील मेहता सहित जिला प्रशासन के अन्य अधिकारियों तथा राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ियों ने की। स्वागत का मुख्य समारोह चर्च ग्राउंड पर आयोजित किया गया। कार्यक्रम का संचालन वरिष्ठ पत्रकार श्री प्रदीप चौहान ने किया। स्वागत में उमड़ा शहर क्वीन्स वैटन जब मुख्य समारोह स्थल से बस स्टैण्ड सैकड़ाखेडी जोड़ के लिए रवाना हुई तो रास्ते भर उसका पुष्पवर्षा कर स्वागत किया गया। स्वागत में मानों पूरा शहर ही उमड़ पड़ा था। क्वीन्स वैटन के स्वागत में जगह जगह स्वागत द्वार बनाए गए थे। निर्धारित मार्ग के दोनों ओर छात्र स्वागत के लिए झंडे लिए खड़े थे। शहर में क्वीन्स वैटन पहुंचने का यह दुर्लभ और अभूतपूर्व मौका था जिसका भव्य स्वागत कर शहर ने यह बता दिया कि दिल से स्वागत कैसे किया जाता है।जब थामी वैटन मुख्य समारोह स्थल पर प्रदेश के राजस्व एवं पुनर्वास मंत्री श्री करण सिंह वर्मा, विधायक श्री रमेश सक्सेना, जिला पंचायत अध्यक्ष श्री धर्मेन्द्र सिंह चौहान, नगरपालिका अध्यक्ष श्री राकेश राय, वन विकास निगम अध्यक्ष श्री गुरूप्रसाद शर्मा, कलेक्टर श्री संदीप यादव, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री अजयसिंह गंगवार, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री सुनील मेहता सहित अन्य अधिकारियों ने क्वीन्स वैटन थामी और समारोह स्थल का राउण्ड लगाया। इस अवसर पर नूतन और आक्सफोर्ड स्कूल की छात्रों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए। मौजूद थे अन्तर्राष्ट्रीय और राष्ट्रीय खिलाड़ी मुख्य समारोह स्थल पर अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ियों में मोहम्मद दाउद (अन्तराष्ट्रीय हॉकी) कु. सीमा धाडी (कराटे), श्री नितीन शर्मा (पावर लिफ्टिंग) , श्री वीरेन्द्र वर्मा (फुटवाल), श्री सुमित गरौठिया (पावर लिÏफ्टग) और श्री राजेन्द्र सेन (ताईक्वान्डो) तथा राष्ट्रीय खिलाड़ियों में श्री कपिल यादव (पावर लिफ्टिंग), श्री विजेन्द्र ठाकुर (जूडो), कु. भावना सक्सेना (हॉकी), कु. रूपा सैनी (हॉकी), श्री प्रशान्त भदौरिया (कबड्डी), श्री लखन ठाकुर (कराते), श्री मनोज अहिरवार (फुटवाल), श्री मदन कुशवाह (क्रिकेट), श्री आनंद उपाध्याय (फुटवाल), श्री ऋषि चतुर्वेदी (फुटवाल) मौजूद थे जिनके हाथों से वैटन ने शहर का रास्ता तय किया।

Friday, September 10, 2010

गणेश चतुर्थी और ईद पर सीहोरवासियों को उपहार



जमोनिया डेम से पाइप लाइन डालने के कार्य का श्रीगणेशयूआईडीएसएसएमटी योजना में पाइप लाइन डालने का कार्य प्रांरभयोजना के पूरा होने पर खत्म हो जाएगा पेयजल संकट
सीहोर। हर वर्ष पेयजल संकट से दो-चार होने वाले शहर को जल्द ही इस समस्या से निजात मिल जाएगी। लंबे समय से शहर की पेयजल समस्या का स्थायी हल खोजा जा रहा था। इस समस्या के हल के लिए नपाध्यक्ष राकेश राय ने केन्द्रीय कांग्रेस नित सरकार से मिलकर जिला मुख्यालय के लिए यूआईडीएसएसएमटी योजना स्वीकृत कर नगर की पेयजल समस्या के स्थायी हल का मार्गप्रशस्त किया था। उक्त योजना अब अमली जामा पहनने जा रही है। गणेश चतुर्थी और ईद की पूर्व संध्या पर नगर पालिका अध्यक्ष राकेश राय द्वारा निकटवर्ती जमोनिया तालाब से मुख्यालय तक डाली जा रहीं दो किलोमीटर से अधिक लंबी पाइप लाइन डालने के कार्य का शुभारंभ किया जाएगा। उल्लेखनीय है कि इस पाइप लाइन के डल जाने के बाद जमोनिया का पानी सीधे शहर को प्राप्त हो सकेगा।एमपीईबी चौराहे तक आएगी पाइप लाइनजमोनिया तालाब से डाली जा रही बीस इंच मोटी पाइप लाइन मण्डी होते हुए नगर के एमपीईबी चौराहे तक डाली जाएगी। चौराहे पर योजना के तहत 12 लाख लीटर की टंकी का निर्माण किया जाना है। 17 करोड़ 50 लाख से अधिक की इस योजना के अगले वर्ष तक पूर्ण हो जाने की संभावना जताई जा रही है। योजना में नगर के तीन प्रमुख क्षेत्रों में टंकियों के निर्माण के बाद नगर के अलग-अलग हिस्सों में पेयजल प्रदाय किया जाएगा। योजना नगर की अगले तीस वर्षों की पेयजल समस्या को ध्यान में रखकर बनाई गई है।भोपाल नाका-नेहरू पार्क मेंं भी टंकियांयोजना के तहत नगर के भोपाल नाका और नेहरू पार्क क्षेत्र में 10-10 लाख लीटर की पेयजल टंकियों का निर्माण कार्य प्रारंभ हो चुका है। नगर के तीन प्रमुख क्षेत्रों में निमार्णाधीन पेयजल टंकियों के निर्माण के बाद नई पाइप लाइन द्वारा नगर के अलग-अलग क्षेत्रों में प्रतिदिन पेयजल प्रदान किया जा सकेगा। उल्लेखनीय है कि नगर में पानी की कमी के चलते कई अन्य विकाय अटक पड़े है। पानी की कमी के चलते ही यहां कोई बड़ा उद्योग विकसित नहीं हो सका। वादे तो कई किए गए लेकिन ठोस पहल के अभाव में पिछले बीस सालों से इस समस्या के निदान के लिए कोई प्रयास नहीं हो पाए। वर्तमान परिषद अध्यक्ष के विशेष प्रयासों से जहां मंडी और गंज में 15-15 लाख लीटर की टंकियां बनाई गई वहीं केन्द्र की यूआईडीएसएसएमटी योजना की स्वीकृति के बाद पेयजल संकट का जड़ से निदान भी होने जा रहा है।पल-पल पर नपाध्यक्ष की नजरयोजना की अहमियत का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि नगर की प्रमुख समस्या से जुड़ी इस योजना को लेकर नपाध्यक्ष स्वयं पूरे काम पर नजर रखे हुए है। नपाध्यक्ष द्वारा योजना से जुड़े हर कार्य का स्वयं निरीक्षण किया जा रहा है। साथ ही हर दूसरे दिन वह नपा सीएमओ से योजना की प्रगति रिपोर्ट ले रहे है। यहीं कारण है कि जमोनिया डेम से डलने वाली पाइप का निरीक्षण नपाध्यक्ष नपा इंजीनियरों से पहले कर आए। इस दौरान उन्होंने कार्य के तय समय और गुणवत्ता को लेकर भी अधिकारियों को कोई समझौते न करने के स्पष्ट निर्देश दिए है। गणेश चतुर्थी और ईद की पूर्वसंध्या पर शुभारंभशहर हित से जुड़ी इस महत्वपूर्ण योजना के शुभारंभ के लिए भी नपाध्यक्ष ने एक शुभ दिन का चुनाव करते हुए शुभ कार्यो के देवता श्रीचिंतामन गणेश चतुर्थी और ईद के पाक पावन की पूर्व संध्या का चुनाव किया। दोनों प्रमुख त्यौहार के ठीक एक दिन पूर्व शुक्रवार को नपाध्यक्ष राकेश राय, सीएमओं दीपक देवगड़े, पार्षद हफीज चौधरी, इरफान बेल्डर,शमीम अहमद, अशफाक खान, सतीश दरोठिया, एई आरएन पाण्डे, सहायक यंत्री सतीश चंद्रायण, बडे बाबू रमेश राय,कंसलटेंट दीप अग्रवाल, जिला कांग्रेस महामंत्री धर्मेन्द्र यादव बैंक संचालक राजेन्द्र शर्मा, मीडिया प्रभारी महेन्द्र सिंह ठाकुर, किसान नेता घनश्याम यादव, नबाव मुनव्वर खान,पंकज गुप्ता, वरुण शर्मा, दुलारे यादव, राधेश्याम यादव, संजय राय, अरुण राय आदि उपस्थित थे।क्या कहते हैं जिम्मेदारनपाध्यक्ष राकेश राय का कहना है कि हमारा नगर पिछले बीस सालों से पेयजल संकट से जूझ रहा है। अब तक इस ओर न तो प्रशासन द्वारा ध्यान दिया गया था, न ही यहां के बड़े जनप्रतिनिधियों द्वारा। हमारे और परिषद के प्रयासों से यह महत्वपूर्ण योजना हमें मिली थी। हम इस योजना का पूरा लाभ लेकर नगर की सबसे बड़ी समस्या को जड़ से खत्म करने का प्रयास कर रहे है। योजना के पूरा होने के बाद शहरवासियों को प्रतिदिन पेयजल मिल सकेगा। नपा सीएमओ दीपक देवगड़े का कहना है कि योजना को लेकर नगर पालिका का अमला और निविदाकार गंभीरता से कार्य कर रहे है। समय-समय पर नगर पालिका अध्यक्ष राकेश राय जी का मार्गदर्शन और निर्देश मिलता रहता है। यह नगर हित से जुड़ा मामला है, इसमें किसी प्रकार की कोई लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

स्कूलों से खाली पेट लौट रहे है बच्चे

मध्यान्ह भोजन योजना अनदेखी के कारण हो रही दागदारसीहोर। प्राथमिक और माध्यमिक कक्षाओं में बच्चों की संख्या बढ़ाने के उद्देश्य से लागू की गई मध्यान्ह भोजन योजना के क्रियान्वयन में लापरवाही बरतने के अनेक उदाहरण देखने में आ रहे हैं। केन्द्र शासन द्वारा सर्वशिक्षा अभियान के तहत स्कूलों में यह योजना संचालित की जा रही है। मगर स्कूल में दाखिला हो जाने के बाद छात्रों की पढ़ाई और उनकी सेहत से जुड़े कार्यों पर जिस तरह से अनदेखी हो रही है, उससे यह योजना दागदार होती जा रही है। कई स्कूलों में तो महिला स्व सहायता समूह द्वारा खाना देना बंद कर दिए जाने के कारण बच्चे खाली पेट घर लौट रहे हैं।जानकारी के अनुसार जिले में हर माह करीब एक दर्जन से दो दर्जन स्कूलों में मध्यान्ह भोजन योजना चौपट हो जाती है। भोजन के लिए खाद्यान्न, और सब्जियों की खरीद में हो रहे घपलों, किचन में खाना तैयार करने के तरीकों और छात्रों को खाना परोसने में हो रही लापरवाहियों के किस्से अब मैदान में आ चुके हैं कि बच्चों और पालकों में भय का वातावरण बनता जा रहा है। दोपहर भोजन के नाम पर प्रबंधन से जुड़े लोगों की जीभर कर कमाई हो रही है। इस सबका यह परिणाम हो रहा है कि भोजन की गुणवत्ता दुष्प्रभावित होती जा रही है। ठेके पर दी गई भोजन व्यवस्था को सुपरविजन की अनदेखी से भोजन की पौष्टिकता और शुद्धता पर ध्यान नहीं दिया जाता है। भोजन पकाते समय जिन-जिन बातों का ध्यान रखा जाना चाहिए, वह नहीं हो रहा है। भोजन बनाने में हो रही लापरवाही से कीड़े-मकोड़े भी पके हुए भोजन में पाए जाने लगे हैं। जबकि भोजन बनाने के लिए शाासन ने लाखों खर्च कर खाना बनाने वालों को एनजीओ के माध्यम से प्रशिक्षण भी दिलाया गया है। कहीं बच्चे खाली पेट लौट रहे,कहीं शिक्षक उठा रहे भरपेट आनंदछात्रों की सेहत को पुष्ट बनाए रखने और स्कूल में उपस्थित रहकर पढ़ाई में उनका मन लगाने रखने के उद्देश्य की यह योजना इन दिनों छात्रों की सेहत के साथ खिलवाड़ के लिए जानी जाने लगी है। इस योजना के क्रियान्वयन पर जितनी खबरें आ रही हैं उसमें कहीं-कहीं से ऐसी खबरें भी आती हैं कि स्कूली छात्रों के हक के इस भोजन का कोई-कोई शिक्षक भी भरपेट आनंद ले रहे हैं। ऐसे शिक्षक पता नहीं किस मिट्टी के बने हैं जो छात्रों के अधिकार के भोजन पर डाका डालकर रुचि-रुचि भोजन कर रहे हैं तो दूसरी तरफ जिले में ऐसे भी स्कूल हैं। जहां मध्यान्ह भोजन नहीं बंटने के कारण बच्चे खाली पेट लौट रहे हैं। जानकारी के अनुसार इछावर तहसील के दूरस्थ अंचल में स्थित जीवनताल माध्यमिक स्कूल के हाल भी कुछ इसी प्रकार हैं। स्व सहायता समूह की मनमर्जी के कारण बच्चों को खाली पेट लौटना पड़ रहा है। बताते है कि यहां करीब दस दिनों से बच्चे खाली पेट ही स्कूल से लौट रहे हैं। इस संबंध में स्कूल की प्रभारी प्रधानाध्यापिका का कहना है कि स्कूल में मध्यान्ह भोजन नहीं बंटने की जानकारी बीआरसी, बीइओ और सीइओ को दी जा चुकी है, लेकिन अभी कोई कार्रवाई नहीं हुई है। कुछ इसी प्रकार की शिकायत नसरुल्लागंज के इटारसी, आष्टा के वरखेड़ा सहित करीब एक दर्जन स्कूलों को प्रकाश में आई है। प्राथमिक में पौने तीन, माध्यमिक में मिल रहे चार रुपए प्रति छात्र भोजन व्यवस्था के लिए स्व सहायता समूह को राशन के अलावा प्राथमिक के छात्रों के लिए करीब पौने तीन रुपए और माध्यमिक के छात्रो के लिए करीब चार रुपए प्रति छात्र के मान से बजट मिल रहा है। केन्द्रांश और राज्यांश के मान से देखें तो मध्यान्ह भोजन योजना में प्राथमिक स्कूल के विद्यार्थियों को केन्द्र से प्रतिछात्र 2.02 रुपए और राज्यांश 0.67 रुपए के अलावा सौ ग्राम प्रति छात्र के मान से खाद्यान्न दिया जा रहा है। इसी प्रकार माध्यमिक स्कूल विद्यार्थियों को प्रति छात्र केन्द्र से 3.02 रुपए तथा राज्यांश 1.01 रुपए तथा 150 ग्राम प्रति छात्र मान से खाद्यान्न दिया जा रहा है। मध्यान्ह भोजन के लिए दिए 94 लाखजिला पंचायत द्वारा जिले में मध्यान्ह भोजन कार्यक्रम के सुचारू क्रियान्वयन के मद्देनजर जिले की शासकीय प्राथमिक / माध्यमिक और शासन से अनुदान प्राप्त शालाएं/मदरसों में माह सितम्बर के लिए खाद्यान्न तथा भोजन पकाने के लिए राशि पुनरबंटित कर दी गई है। मध्यान्ह भोजन कार्यक्रम के तहत शहरी और ग्रामीण क्षेत्र की प्राथमिक एवं माध्यमिक शालाओं के लिए 3717.54 क्विटंल खाद्यान्न और भोजन पकाने के लिए 94 लाख 95 हजार 256 रूपयों की राशि उपलब्ध कराई गई है। शालाओं में दर्ज छात्रों की 75 फीसदी औसत उपस्थिति के मान से 24 शैक्षणिक कार्य दिवस के लिए प्राथमिक शालाओं को 54 लाख 47 हजार 961 रूपयों की राशि और 2211.15 क्विंटल खाद्यान्न पुनरबंटित किया गया है। इसी तरह माध्यमिक शालाओं के लिए 40 लाख 47 हजार 295 रूपयों की राशि और 1506.44 क्विटंल खाद्यान्न पुनरबंटित किया गया है। शिकायत मिलने पर की जा रही कार्रवाईजिला पंचायत के मध्यान्ह भोजन प्रभारी जीएस चौहान ने स्वीकार किया कि महीने में मध्यान्ह भोजन नहीं मिलने व अन्य तरह की 10 से 15 शिकायतें मिल रही हैं। शिकायतों के आधार पर नसरुल्लागंज के इटारसी, आष्टïा के वरखेड़ा सहित अन्य स्वसहायता समूह पर कार्रवाई की गई है। फेक्ट फाइलग्रामीण क्षेत्र में प्राथमिक शालाएं 1370दर्ज विद्यार्थी 110676शहरी क्षेत्र में प्राथमिक शालाएं 124दर्ज विद्यार्थी 12165ग्रामीण क्षेत्र में मिडिल शालाएं 565दर्ज विद्यार्थी 48846शहरी क्षेत्र में मिडिल शालाएं 46दर्ज विद्यार्थी 6978

सीहोर में प्रशासन नही दें रहा ध्यान

सीहोर। जिले में इन दिनों जमीनों ·ा ·ारोबार शासन ·े नियमों ·ी अनदेखी ·र ·िया जा रहा है। चाहे जहां खेती ·ी जमीन ·ो आवासीय क्षेत्र में स्वंय परिवर्तित ·र वि·सित ·िया जाने है। ऐसे भू-माफियाओं पर प्रशासन ने शि·ंजा ·सने ·ी ·ोशिश ·ी जो ना·ाफी साबित हो रही है।जान·ारी ·े अनुसार जिले में शताधि· स्थानों पर इन दिनों रियल स्टेट ·े नाम पर जमीनों ·ी खरीद फरो त ·ो ·ार्य जारी है। जिस पर मनमाने तरि·े से आवासीय क्षेत्र वि·सित ·र ·ुछ भू:माफिया धन अर्जित ·रने में लगे है। प्रचार भी जारी: देखा जा रहा है ·ी जिले में अचान· प्रापर्टी ब्रो·र्स ·ी बाढ़ तो पहले ही आ गई थी अब इनवेस्टर और डव्लपर्स भी दिन प्रतिदिन बढ़ते जा रहे है। भारी भर·म राशि खर्च ·र सड़·ों ·े ·िनारे लुभावने वायदे वाले लैैक्स लगाऐ जाते है और ऋण सुविधा ·ा झांसा भी दिया जाता है। इन भू-माफियाओं पर प्रशासन नियमों ·ी गाज नही गिरा पा रहा है जिससें खेती सिमटती जा रही है और उस पर ·ांक्रीट ·ा ·ब्जा होते जा रहा है।ऐसे हो रही अनदेखी: प्रशासन ·े ·ुछ नुमार्इंदे और भू-माफिया में निश्चित तौर पर साठ-गांठ या आपसी सामांजस्य है, यह बात इसलिए सामने आती हैं क्यों·ि शरि में जो क्षेत्र टाउन एंड ·ंट्री प्लानिंग ·े नियमों में ग्रीन बेल्ट में आते है वहां खुलेआम आवासीय क्षेत्र वि·सित हो रहे है।मात्र नोटिस थमाऐं:जिले में अने· स्थानों पर प्रापर्टी ब्रो·र्स, इनवेस्टर और डव्लपर्स ने बड़े-बड़े क्षेत्र में प्रचार ·र ·ालोनी बनाने या फार्म हाउस बनाने ·ा प्रचार ·िया और ·ार्य भी बगैर अनुमति ·े चालू ·र धन बटोरना शुरू ·र दिया तब प्रशासन ·ी नींद खुली और उसने भू-माफिया ·ी मनमानी रो·ने ·ा प्रयास ·िया तो सं या देख उस·ों भी आश्चर्य हुआ होगा। क्या है हाल:प्रशासन ने जिले में लगभग 34 लोगों ·ो नोटिस थमाऐं थे। उस·ी इस ·ार्रवाई से जमीन ·ा व्यवसाय ·र नियमों ·ी अनदेखी ·रने वालों ·े होश उड़ गए थे ·ुछ ने तो ·ारोबार ही बन्द ·र स्वंय ·ो भुमिगत ·र लिया था। ले·िन नोटिस ·े बाद स ती न होने से फिर से जमीन ·ा ·ारोबार फलने फूलने लगा है। जमीन ·ा खेल: शहर और आसपास ·े क्षेत्र ·े साथ-साथ गांव-गांव में जमीन ·ा व्सवसाय ए· अलग ही अंदाज में जारी है। ·ही टो·न पर जमीन बि· जाती है तो ·ही पावर ·र दिया जाता है। लोग जमीन ·ा ·ागजी एग्रीमेंट ·रा लेते है और रजिस्ट्री ·ी बारी आती हैं तो उस·ा उतारा ·र देते है। ·ई बार तो बयाना डूबने पर पैसा ·म खर्च हो इसलिए नया एग्रीमेंट भी ·रा लिया जाता है। यह भी उल्लेखनीय पहलु है ·ी तहसील ·ार्यालय में रोजाना जमीन ·े दलालों ·ा ·ब्जा बना रहता है। पैसा बचाने ·े लिए अधि·ांशत: महिलाओं ·े नाम रजिस्ट्री ·राई जाती है। व्यवस्था नही: जिले में जब टाउन एंड ·ंट्री प्लानिंग ·े नियमों ·ा ही पालन प्रशासन सुनिशित नही ·रा पा रहा है तो अन्य नियमों ·ा क्या हाल होगा इस·ा अनुमान लगाया जा स·ता है। लैट बना·र बेचने वाली सोसायटी ·ो ही अपने खर्च से पार्·िंग स्पेस ·ी व्यवस्था ·रनी होती है मगर यहां ऐसा होता नही दिख रहा। ·ोर्ट ने यह भी ·हा है ·ि बिल्डरों ·ो लेट ·ी ·ीमत, ·ॉमन एरिया और सुविधाओं ·ी ·ीमत बतानी ले·िन यहां बिल्डर शासन ·े नियमों ·ो भी तां· पर रखे ·ार्य ·र रहे है। राज्य सर·ार ने भी प्रस्तावित पार्·िंग नीति में ·हा है ·ि बिल्डर या डेवलपर ·ो परिसरों ·ी जमीन ·ा आधा हिस्सा पार्·िंग ·े लिए छोडऩा पड़ेगा। ले·िन यहां ·ई बिल्डर स्वंय ही रजिस्टर्ड ·ालोनी न बना·र खुद ही बिना अनुमति ·े क्षेत्र वि·सित ·र रहे है। ऐसे में पार्·िंग व अन्य सुविधा ·ुछे· जगह छोड़·र अन्य जगह नही है। लोगों ने जिला मु यालय पर ही इतना दुस्साहा ·िया है ·ी ग्रीन बेल्ट में ही म·ान बना·र या प्लाट ·ाट·र बेच रहे है। छानबीन ·ी तैयारी:एसडीएम द्वारा जिन 34 लोगों ·ो नोटिस थमाए गए थे उनमे से अंधि·ांश ने अपने उत्तर थमा दिए है पर इनमें से फिलहाल ·िसी ने भी अपनी ·ोई भी गलती मानने से इं·ार ·र दिया है जिस·ो ले·र एसडीएम ने छानबीन ·े निर्देश दिए है। इस छानबीन ·े बाद ही ·ार्रवाई संभावित है।

Thursday, September 9, 2010

सीहोर में हर रोज 3 लोग होते हैं मलेरिया से पीडि़त

सीहोर। जिले में ए· बार फिर मच्छरों ·ा प्र·ोप अचान· बढ़ गया है। यही ·ारण है ·ी यहां मच्छर जनित बीमारियों लगातार सिर उठा रही है। जगह-जगह व्याप्त गंदगी ·े ·ारण मच्छरों ·ा लार्वा तेजी से पनप रहा है और लोग मच्छरजनित बीमारियों ·ी चपेट में आते जा रहे है। स्थिति यह है ·ी सीहोर जिले में हर रोज 3 लोग मच्छर जनित बीमारी मलेरिया से पीडि़त हो रहे है।जान·ारी ·े अनुसार जिले में हर साल बरसात ·े दिनों में स्थान-स्थान पर पानी ए·त्र हो जाता है और इन गड्ढों में मच्छर तेजी से पनप जाते है। ले·िन पानी ·े भंडारण और व्याप्त गंदगी ·ी समाप्ति ·े लिए ·िसी भी प्र·ार ·ी दवा ·ा छिड़·ाव ·रना स्वास्थ्य विभाग और नगर पालि·ा उचित नही समझ रही है। प्रशासनि· ना·ामी ·ा ही परिणाम है ·ी हर साल ·ी तरह इस साल भी पूरे जिले में मच्छरों ·ा प्र·ोप तेजी से फैल रहा है। शाम होती भयान· समूचे जिले में लोग शाम होते ही मच्छरों ·े आतं· से ग्रासित हो जाते है। मच्छर नाश· अगरबत्ती और धुआं भी मच्छरों से लोगों ·ो राहत नही दिला पाते है। दिनभा भले ही मच्छरों से लोग राहत पा ले मगर रात ·ो मच्छर लोगों ·ी नींद हराम ·र रहे है। यही वजह है ·ी अब घर-घर में में शाम और रात ·ो मच्छरों से जंग शुरू हों जाती है।नही ·िए उपाय ग्रामीण क्षेत्रों में स्थिति सबसे ज्यादा चिंताजन· हो गई है। जहां रात ·ो न तो बिजली रहती है न ही मच्छरों ·े खात्मे ·े लिए ·ोई उपाय ·िए जा रहे है। बरसात ·ा पानी जगह-जगह भरा मच्छरों ·े बढऩे ·ा प्रमुख ·ारण है।दवा ·ा अभाव: ए· समय था जब गांव और शहर में डीडीटी दवा ·ा छिड़·ाव होता था और लोगों ·ो मच्छरों ·े प्र·ोप से राहत मिल जाती थी। मगर अब जब·ि डेंगू, स्वाईन लू, चि·नगुनिया और मलेरिया जैसे द्यात· रोग लोगों ·ो भयभीत ·िए हुए है तब ·िसी भी मच्छर नाश· दवा ·ा छिड़·ाव नही ·िया जा रहा है। वेन्टीलेटर पर अस्पतालइन दिनों मौसमी बीमारियों ·े प्र·ोप ·े चलते अस्पताल में प्रतिदिन ए· हजार से ज्यादा मरीज आ रहे है। ले·िन अस्पताल में जगह जगह मवेशी जमा रहतें है और हेल्पलाईन पर ·ोई भी ·र्मचारी तैनात नही रहता है।शहर लाल दवा ·े हवाले नगरीय क्षेत्र सीहोर ·ी बात ·रे तो यहां नगर पालि·ा ·े पास मच्छर नाश· फाग मशीरन है जो मात्र शोपीस बनी हुई है। वहीं शहर में ·ुछ चुनिंदा स्थानों पर ही नालियों में लाल दवा ·ा छि·ाव ·िया जाता है। मच्छरों ·ा डं·जिले में मच्छरों ·े प्रभाव ·ो अब स्वास्थ्य विभाग भी मानने लगा है। विभाग ·े आं·ड़े बताते है ·ी वर्ष 2006 में स्वास्थ्य विभाग ने 151250 ·ा भारी भर·म लक्ष्य निर्धारित ·िया और 154201 बीएस ए·त्र ·िए जिसमें से 1510 पाजीटिव पाऐं गए। इसी प्र·ार वर्ष 2007 में स्वास्थ्य विभाग ने 155031 ·ा लक्ष्य था और 162503 बीएस ए·त्र ·िए जिसमें से 1325 पाजीटिव पाऐं गए। वर्ष 2008 में स्वास्थ्य विभाग ने 158907 ·ा लक्ष्य रहा और 163016 बीएस ए·त्र ·िए जिसमें से 1103 रहे तथा गत वर्ष 2009 में स्वास्थ्य विभाग ने 162880 ·ा लक्ष्य रख·र 165700 बीएस ए·त्र ·िए जिसमें से 1121 पाजीटिव पाऐं गए।
क्या ·हते है जि मेदार जिले में स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह सजग है और रोगियों ·ो समय पर पर्याप्त उपचार उपलब्ध ·राया जा रहा है। - डा. एएल मरावी, सीएमएचओं सीहोर
नगर पालि·ा शहर में सभी स्थानों पर फाग मशीन से धुंआ छुडवाती है और नालियों में नियमित साफ-सफाई ·े दौरान फिनाईल और लाल दवा ·ा छिड·ाव ·राया जाता है।- दीप· देवगड़े, सीएमओ नपा सीहोर